जिला चिकित्सालय की घोर लापरवाही कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद भी नाबालिग रेप पीड़िता का नहीं हुआ मेडिकल
- VOICE OF STATE NEWS
- Aug 15, 2020
- 2 min read
जिला चिकित्सालय की घोर लापरवाही कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद भी नाबालिग रेप पीड़िता का पूर्णरूप से नहीं हो पाया मेडिकल , तो आधाअधूरा मेडिकल चेकउप के बाद महिला डॉक्टर ने रिपोर्ट पर हस्ताक्षर करने से कर दिया इंकार।

बिग ब्रेकिंग कवर्धा-सुविधाओं के नाम से विवादित कबीरधाम जिला चिकित्सालय की फिर सामने आई घोर लापरवाही बोड़ला थाना क्षेत्र से मेडिकल के लिए पहुंचीं नाबालिग रेप पीड़िता का पूर्णरूप से नहीं हो पाया मेडिकल। तो वहीँ आधाअधूरा चेकउप के बाद डॉक्टर ने रिपोर्ट पर हस्ताक्षर करने से कर दिया इंकार। मामला दिनांक 14 अगस्त का है जहाँ नाबालिग युवती के पिता ने देर शाम निर्माण कार्य में काम करने गई अपनी पुत्री के साथ हुए अनाचार के खिलाफ बोड़ला थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया जिसके बाद आज सुबह बोड़ला से नाबालिग युवती को मेडिकल के लिए महिला पुलिस के साथ सुबह 11 बजे जिला चिकित्सालय लाया गया। मगर देर शाम 07 तक भी नहीं हो पाया नाबालिग युवती का मेडिकल।
महिला डॉक्टर रही नादारद।
वहीँ सुबह से देर शाम तक मेडिकल के लिए पहुंचीं महिला पुलिस और पीड़िता पुरे दिन जिला चिकित्सालय के चककर काटती रही और महिला डॉक्टरों का इंतिजार करती रही। मगर ना महिला डॉक्टर कि उपस्थति हो पाई और नाही पीड़िता का मेडिकल। वहीँ जिला स्वास्थ्य अधिकारी को मामले कि जानकारी देने पर उनका साफ़ तौर पर कहना था कि मैं कुछ नहीं कर सकता। साथ ही मैं भी मानता हूँ कि घोर लापरवाही है,और जहाँ तक मुझे जानकारी मिली है कि महिला डॉक्टर छुट्टी में है मगर मुझे किसी तरह कि कोई जानकारी महिला डॉक्टर द्वारा नहीं दी गई और नाही मुझसे इजाजत ली गई है।
कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाबजूद पूर्णरूप से नहीं हो पाया नाबालिग का मेडिकल।
कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद भी नाबालिग पीड़िता का पूर्ण रूप से नहीं हो पाया मेडिकल। कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा के हस्तक्षेप के बाद लगभग 08 बजे ब्लॉक में पदस्त महिला डॉक्टर के आने के बाद पीड़िता को मेडिकल के लिए लेजाया गया ,जिसके बाबजूद भी पीड़िता का पूर्णरूप से नहीं हो पाया मेडिकल और जैसे तैसे मेडिकल के लिए पहुंचीं महिला डॉक्टर ने चेकउप रिपोर्ट में हताक्षर करने से किया इंकार। मिली जानकारी के मुताबित मेडिकल के लिए पहुंचीं महिला डॉक्टर ने मेडिकल के बाद हस्ताक्षर करने से इस लिए इंकार कर दिया की किसी और महिला डॉक्टर की ड्यूटी होने का हवाला देते हुए रिपोर्ट में हस्ताक्षर करने से इंकार कर दिया।
वहीँ मेडिकल के लिए पहुंचीं महिला पुलिसकर्मी और नाबालिग पीड़िता और परिवार को रात में ही जिला चिकित्सालय से पूर्णरूप से मेडिकल नहीं होने की बात बोलकर सुबह आने की बात कहकर वापस भेज दिया गया।
थाना प्रभारी बोड़ला-संतराम सोनी का कहना है कि सुबह से बोड़ला थाना से महिला पुलिसकर्मी के साथ पीड़िता को मेडिकल के लिए भेजा गया है, मगर देर शाम बीत जाने के बाबजूद भी किसी महिला डॉक्टर कि अनुपस्थति नहीं होने के चलते मेडिकल नहीं हो पाया है। साथ ही नाबालिग के साथ अनाचार को अंजाम देने वाला आरोपी फरार है जिसका पतासाजि किया जा रहा है।
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