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KAWARDHA : नगर पंचायत का दर्जा मिले बीते 13 साल, नहीं बना बस स्टैंड


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पांडातराई । नगर पंचायत पांडातराई जिला मुख्यालय से लगभग 25 किमी की दूरी पर स्थित पांडातराई को नगर पंचायत का दर्जा मिलें 13 साल बीत गए, लेकिन आज तक यहां बस स्टैंड की समस्या दूर नहीं हुई। इसके लिए क्षेत्रवासियों का आस शासन-प्रशासन से बना रहा। बस स्टैंड के अभाव के चलते समस्या काफी बढ गई है।


पांडातराई पूर्व में जिले का सबसे बडा ग्राम पंचायत रहा है। जो अब नगर पंचायत हैं यह आसपास गांवो का केंद्र है। यहां के मुख्य मार्ग से प्रतिदिन सैकड़ों सवारी वाहनों के अलावा माल वाहक वाहनों का आवागमन होता है। बस स्टैंड नहीं होने के कारण सवारी बसे नगर के मुख्य मार्ग पर ही बस रूकती है। यह सिलसिला बरसों से चला आ रहा है। मुख्य मार्ग पर बसे रूकने से आवागमन काफी प्रभावित होता है। साथ ही राहगीरों व यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके चलते आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है।


चर्चा में सिमट कर रह गई पहल

बसों के बीच रास्ते में रूकने से आसपास के दुकान संचालक भी परेशान होते हैं। पांडातराई में बस स्टैंड की मांग कई बार प्रमुखता से उठी है लेकिन वह चर्चा में सिमट कर रह गई। इतना ही नहीं कई जिम्मेदार लोगों ने तो पुलिस थाना के बगल प्रतीक्षा बस स्टैंड निर्माण किए जाने की बात तो प्रमुखता से कहा था। नगर पंचायत बनने के वर्षों बाद भी पांडातराई में बस स्टैंड जैसी प्रमुख व आवश्यक सुविधा की पूर्ति नहीं हो सकीं आज तक किसी ने भी इस आवश्यकता को गंभीरता से नहीं लिया और अगर लिया भी तो आगे प्रयास नहीं किया।

भटकते रहते हैं यात्री

निश्चित स्थान पर बस स्टैंड नहीं होने के कारण यात्री भटकते रहते हैं। बस स्टैंड जैसी सुविधा का नहीं होना पांडातराई नगर पंचायत के पिछड़ेपन व विकास ना होने की बात को प्रदर्शित करता है। बस स्टैंड नागरिकों व क्षेत्रवासियो के लिए सपना बनकर रह गया है। नगर पंचायत पांडातराई के अध्यक्ष फिरोज खान ने कहा कि बस स्टैंड का प्रस्ताव हो गया है, जिसके लिए दो अलग-अलग जगह का चयन किया गया है। जल्द ही दोनों में से एक जगह चिन्हाकित होगा।



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