डिप्टी सीएम के प्रयासों पर फिरा पानी, सरस मेला प्रचार के अभाव में रहा खाली खाली
- VOICE OF STATE NEWS
- Feb 27, 2024
- 3 min read

डिप्टी सीएम के प्रयासों पर फिरा पानी, सरस मेला प्रचार के अभाव में रहा खाली खाली।
कवर्धा/ कबीरधाम जिले में 10 दिवसीय सरस मेला का आयोजन किया जा रहा है जिसका कल 26 फ़रवरी को सांसद संतोष पाण्डेय द्वारा शुभारंभ किया गया। इस मेला का आयोजन डिप्टी सीएम विजय शर्मा के विशेष प्रयासों से किया जा रहा है। उनका विशेष प्रयास था कि इस सरस मेला से क्षेत्रीय समूहों, स्वदेशी वस्तुओं और क्षेत्रीय व्यापारियों को इससे सीधा लाभ मिले। किन्तु प्रशासन की उदासीनता ने डिप्टी सीएम के प्रयासों पर पानी फेर दिया है। प्रचार प्रसार के आभाव में कल मेला के प्रथम दिवस को मेला को लेकर लोगों में दिलचस्पी नहीं दिखी। पूरा मेला स्थल खाली-खाली नजर आया तो वहीँ मेला स्थल में सिर्फ प्रशासन के लोग ही मौजूद रहे। इस बड़े आयोजन को लेकर जिला प्रशासन खाना पूर्ति करते नजर आ रही है, ऐसे आयोजन में प्रशासन लाखों रूपए खर्च करती है लेकिन आयोजन की सूचना या प्रचार नही होगा तो लोग कैसे पहुचेंगें, यदि लोग ही न पहुँचे तो यह सफल कैसे होगा …? यह बड़ा सवाल है।

प्रति स्टॉल 7 से 10 हजार का वसूल रहे चंदा
नाम नहीं बताने के शर्त पर व्यापारी ने बताया कि मेले में स्टॉल लगाने के नाम पर बाहर से आयें व्यापारियों से प्रति स्टॉल 7 हजार से लेकर 10 हजार रूपये तक की राशि वसूली की गई है। दुकान लगाने से पूर्व जब हमें सरस मेला में दुकान लगाने का आमंत्रण दिया गया था तब इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई थी अब जब पैसे खर्च करके यहाँ पहुँच गए हैं तो दुकान के नाम पर पैसा देना पड़ रहा है। वहीँ कुछ और दुकानदारों ने बताया कि हमें यहाँ प्रशासन की तरफ से भोजन मुहैया कराने की बात कही गई थी किन्तु हमें भोजन मुहैया तो दूर कोई पानी तक पूछने वाला नहीं है।
निजी दुकानदारों से 2 लाख की सामूहिक चंदा
हमने मेला स्थल पर लगे अन्य स्टॉलों पर भी जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने बताया कि वे सभी (करीब 30 दुकान) एक साथ आयें हैं हमें समिधा फाउंडेशन के जगत जी यहाँ लेकर आयें हैं। उनके साथ और भी जगह काम कर चुके हैं किन्तु बाकी जगहों में हमें उन्हें 20 प्रतिशत कमीशन के रूप में देना होता था किन्तु यहाँ सरस मेला में दुकान लगाने के लिए उन्हें 2 लाख रूपये देना होगा। उन्होंने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए बताया कि इतने दूर से हम लोग व्यवसाय करने आयें हैं और यहाँ की मार्किट भी उतना प्रॉफिट का नहीं है जिससे कुछ कमाई हो पाए ऐसे में हम उन्हें अनुबंध राशि 2 लाख कैसे दे पाएंगे। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा 50 हजार रूपये की अग्रिम राशि दी जा चुकी है।
डिप्टी सीएम के विशेष प्रयास पर फिरा पानी
एक ओर जहाँ डिप्टी सीएम स्थानीय कारोबार को बढ़ावा देने एवं स्वदेशी पर जोर देने को लेकर सरस मेला जैसे आयोजन के लिए जोर दे रहे हैं तो वहीँ इसके विपरीत प्रशासन सिर्फ खानापूर्ति में लगी है। जहाँ आम लोगों के स्थानीय व्यापार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सरस मेला का आयोजन हुआ है किन्तु स्थानीय व्यापारियों से स्टॉल के नाम पर 10 हजार की मांग करने का मामला भी प्रकाश में आया। कल 26 फरवरी को सोशल मीडिया, व्हाट्सएप्प ग्रुप में इसकी चर्चा जोरो पर थी। कवर्धा के व्यापारी संगठन से जुड़े व्यापारियों ने सोशल मीडिया पर अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए जिला के एक वरिष्ठ अधिकारी पर व्यापारियों से मेले के नाम पर पैसा मांगने का आरोप भी लगाया।

Comments